Tuesday, April 8, 2008

उजालों की मैं आदी हूं....

अंधेरों से नफरत है मुझे,उजालों की मैं आदी हूं।
पतझड़ से जूझ के निकली,मैं वो बहार सादी हूं।
दुनिया का जुनून भी मुझे रोक ना पाएगा,
मैं वो सर्द कश्मीर की इंकलाबी वादी है।

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